उन्होँने प्रोध्योगिकी व विश्वजाल मेँ हिन्दी के बढते कदम की नीँव रखते हुए, अथक परिश्रम किया है.वे खुद भी अच्छी कविताएँ लिखतीँ हैँ और अपने वेब-मगेज़ीन मेँ निश्पक्षता से कई हिन्दी लिखनेवालोँ को स्थान देतीँ आयीँ हैँ और हिन्दी के लिये गहरी सँवेदना रखतीँ हैँ.ख्यातनामा हास्य रस के सम्राट श्रीमान अशोक चक्रधर जी का आगमन भी सँभाव्य है! अनुमान है कि, वे कवि सम्मेलन मेँ हमेशा की तरह छा जायेँगे और एक बार फिर, अपना लोहा मनवाते हुए सुननेवालोँ को हँसाते हुए लोट पोट करेँगे.